माचाड़ी , पाटन , बीलेटा , राजपुरछोटा और छिलोड़ी पंचायतो मे किसान रजिस्ट्रेशन कैंप रविवार से मंगलवार तक तीन दिन तक लगातार आयोजित होते रहेंगे — हरकेश मीना , रैणी उपखण्ड अधिकारी
रैणी(अलवर)महेश चन्द मीना,
अलवर के रैणी-उपखंड क्षेत्र मे इन दिनो राज्य सरकार के निर्देशानुसार लगातार पंचायत मुख्यालयो पर फार्मर रजिस्ट्रेशन कैम्प आयोजित किए जा रहे है जो तीन दिन तक लगातार जारी रखे जा रहे है जिससे कि ज्यादा से ज्यादा किसान अपना रजिस्ट्रेशन करा सके।
इसी क्रम मे गुरुवार 20 फरवरी से 22 फरवरी शनिवार तक रैणी-उपखंड क्षेत्र की गढ़ीसवाईराम , बहड़को कला , परबैणी , ईटोली व रामपुरा सहित 5 पंचायतो मे किसान रजिस्ट्रेशन कैम्प सम्पन्न हुए है जिनमे लगभग 80 प्रतिशत से ज्यादा किसान भाईयो ने अपना रजिस्ट्रेशन कराया जाना बताया गया है।
इसी क्रम मे रैणी-उपखंड अधिकारी हरकेश मीना ने मिडिया को बताया कि रविवार 23 फरवरी से मंगलवार 25 फरवरी तक लगातार तीन दिवस इन पांच ग्राम पंचायतो मे किसान रजिस्ट्रेशन कैम्प आयोजित किए जा रहे है जिनमे माचाड़ी व पाटन और बीलेटा एवं राजपुरछोटा तथा छिलोड़ी मे लगातार तीन दिवस तक कैम्प मे जाकर अपना रजिस्ट्रेशन करा सकते है।
रैणी तहसीलदार कैलाश चन्द मेहरा ने मिडिया के माध्यम से आमजन से अपील की है कि ज्यादा से किसान भाई फार्मर रजिस्ट्रेशन कैम्प मे जाकर अपना रजिस्ट्रेशन कराये और शिविर मे जाकर अपनी पेन्शन सत्यापन भी करा सकते है और जन्म-मृत्यु प्रमाण पत्र भी जारी करा सकते है एवं मनरेगा मे रोजगार के लिए अपना आवेदन फार्म (कार्य मांग सकते है) भी भर सकते है तथा मनरेगा श्रमिक के रूप मे अपना नया जोब-कार्ड भी बनवा सकते है और बिजली विभाग से सम्बन्धित समस्या भी सुनी जा रही है व कृषि विभाग के अधिकारी भी कैम्प मे मौजूद रहते है इसलिए रैणी तहसीलदार ने सभी नागरिको से अपील की है कैम्प मे जाकर सभी योजनाओ का लाभ उठावे।
रैणी तहसीलदार कैलाश चन्द मेहरा और रैणी-उपखंड अधिकारी हरकेश मीना द्वारा भी लगातार कैम्पो की मोनिटरिंग की जा रही है और पंचायत वीडीओ को कैम्प के प्रचार-प्रसार के लिए भी खूब जोरदार बोला जा रहा है लेकिन पंचायत द्वारा प्रचार-प्रसार मे ढिलाई सी बरती जा रही है और पंचायत द्वारा कैम्प मे व्यवस्था भी उचित ढंग से दिखाई नही दे रही है।
माचाड़ी पंचायत मुख्यालय पर तो पीने के पानी तक की व्यवस्था दिखाई नही दी।
मिडिया को यह सारी जानकारी रैणी-उपखंड अधिकारी के निर्देशन मे रैणी तहसीलदार कैलाश चन्द मेहरा के द्वारा दी गई है।