रिपोर्ट अनमोल कुमार
पटना। दरभंगा राज के दौरान कई महल बनाए गए और पटना में दरभंगा हाउस उनमें से एक है। गंगा नदी के तट पर स्थित वास्तुकला का यह अद्भुत नमूना वर्ष 1901 में बनाया गया था। ब्रिटिश वास्तुकार चार्ल्स मुंट ने इस महल को डिजाइन किया था और वे वही वास्तुकार थे जिन्होंने दरभंगा में आनंदबाग पैलेस को डिजाइन किया था।
दरभंगा हाउस की विशेषता देवी काली मंदिर है जो दो ब्लॉक के बीच में बना है। उस समय इस मंदिर में सिर्फ राजपरिवार के लोगों को ही प्रवेश की अनुमति थी लेकिन आज हजारों सनातनी भक्त इस मंदिर में श्रद्धा से आते हैं। दरभंगा के राजा शिक्षा को बढ़ावा देने के लिए भी जाने जाते थे। वर्ष 1955 ई. में पटना में दरभंगा पैलेस को राजपरिवार ने पटना विश्वविद्यालय को दान कर दिया था। वर्तमान में यह पटना विश्वविद्यालय का एक हिस्सा है जो स्नातकोत्तर पाठ्यक्रम प्रदान करता है। दरभंगा हाउस हमेशा से ही पर्यटकों की पसंदीदा जगहों में से एक रहा है।
पटना। दरभंगा राज के दौरान कई महल बनाए गए और पटना में दरभंगा हाउस उनमें से एक है। गंगा नदी के तट पर स्थित वास्तुकला का यह अद्भुत नमूना वर्ष 1901 में बनाया गया था। ब्रिटिश वास्तुकार चार्ल्स मुंट ने इस महल को डिजाइन किया था और वे वही वास्तुकार थे जिन्होंने दरभंगा में आनंदबाग पैलेस को डिजाइन किया था। दरभंगा हाउस की विशेषता देवी काली मंदिर है जो दो ब्लॉक के बीच में बना है। उस समय इस मंदिर में सिर्फ राजपरिवार के लोगों को ही प्रवेश की अनुमति थी लेकिन आज हजारों सनातनी भक्त इस मंदिर में श्रद्धा से आते हैं। दरभंगा के राजा शिक्षा को बढ़ावा देने के लिए भी जाने जाते थे। वर्ष 1955 ई. में पटना में दरभंगा पैलेस को राजपरिवार ने पटना विश्वविद्यालय को दान कर दिया था। वर्तमान में यह पटना विश्वविद्यालय का एक हिस्सा है जो स्नातकोत्तर पाठ्यक्रम प्रदान करता है। दरभंगा हाउस हमेशा से ही पर्यटकों की पसंदीदा जगहों में से एक रहा है।