यमुनानगर, 15 अप्रैल। जहां समाज में बेटे-बेटियों की शादी धूमधाम से करने का रिवाज है। बच्चों के माता पिता शादी समारोह में लाखों रूपये खर्च करते है और बहुत सारा दहेज भी देते है। लेकिन इसके साथ-साथ वहीं दूसरी ओर समाज में ऐसे भी संस्कारी परिवार है जो दहेज लेना और देना दोनों को गलत कुरीति मानते है। ऐसे ही जगाधरी के एक परिवार ने अपने बेटे की शादी की मात्र सवा रुपये का शगुन लेकर की।
जगाधरी स्थित गुरुदेव फाइनेंस के संचालक गुरदेव ने बताया कि उन्होंने अपने बेटे साहिल कुमार की शादी लुधियाना की करिश्मा से की। जिसमें उन्होंने केवल सवा रूपये का शगुन लिया।
उन्होंने बताया कि सभी बेटियां लक्ष्मी का रूप होती है और सभी बेटियां, अपनी बेटियों जैसी होती है। उनका सम्मान करना हमारी संस्कृति और परंपरा है। हमें जब प्रभु ने आर्थिक रूप से सक्षम बनाया हुआ है तो हम दहेज जैसी कुरीति को क्यों पनपने दें। उन्होंने बताया कि करिश्मा उनकी बहु नहीं बेटी है।
वहीं इस घर में बहु बनकर लुधियाना से आई करिश्मा ने भी बताया कि ससुराल परिवार में मुझे बेटी जैसा मान सम्मान मिल रहा है। मुझे सास-ससुर अपने माता पिता के रूप में मिले है। और ऐसे ही सास ससुर हर लड़की को माता पिता के रूप में मिलें।