*पटना में ज्ञान भवन में कल होगा दो दिवसीय रिवर्स बायर-सेलर मीट 2025 का शुभारंभ*
*भारत के कृषि-निर्यात एवं खाद्य प्रसंस्करण क्षेत्र को मिलेगा नया आयाम*
रिपोर्ट अनमोल कुमार
पटना : भारत के कृषि-निर्यात और खाद्य प्रसंस्करण क्षेत्र को वैश्विक बाजारों से जोड़ने एवं निवेश के नए अवसर सृजित करने के उद्देश्य से रिवर्स बायर-सेलर मीट 2025 का आयोजन 19 और 20 मई को ज्ञान भवन, पटना में किया जा रहा है।
इस दो दिवसीय कार्यक्रम का आयोजन खाद्य प्रसंस्करण उद्योग मंत्रालय (MoFPI) कर रहा है। इसमें APEDA और ट्रेड प्रमोशन काउंसिल ऑफ इंडिया (TPCI) का सहयोग और उद्योग विभाग, बिहार सरकार का सक्रिय समर्थन है।
इस महत्वपूर्ण अवसर पर विशिष्ट अतिथियों की गरिमामयी उपस्थिति अपेक्षित है।
इस आयोजन में देश-विदेश से कई प्रमुख खरीदार, निर्यातक, खाद्य प्रसंस्करण से जुड़े उद्योगपति, किसान उत्पादक संगठन (FPOs), और उद्यमी भाग ले रहे हैं।
कार्यक्रम के प्रमुख आकर्षण इस प्रकार हैं:
One-to-One Buyer Seller Meet — जहाँ स्थानीय उत्पादकों की सीधी बातचीत राष्ट्रीय और अंतरराष्ट्रीय खरीदारों से होगी।
Exhibition — बिहार और देशभर के विशेष खाद्य एवं कृषि उत्पादों की प्रदर्शनी।
तकनीकी सत्रों की एक श्रृंखला जो ज्ञान-विनिमय और संभावनाओं पर केंद्रित है:
तकनीकी सत्रों का क्रम (19 मई 2025):
सत्र 1 मखाना के ऊपर ‘ICRIER रिपोर्ट की प्रस्तुति:— श्री हर्ष वर्धन और श्री तनय सुंतवाल, ICRIER
सत्र 2 “मखाना: वैल्यू चेन का दृष्टिकोण” — डॉ. विमल पंत, NIFTEM कुंडली
सत्र 3 “खाद्य प्रसंस्करण के लिए केंद्रीय योजनाएं एवं प्रोत्साहन” — डॉ. जितेन्द्र डोंगरे, निदेशक, MoFPI
सत्र 4“बिहार से कृषि निर्यात के अवसर और चुनौतियाँ” — डॉ. सी.बी. सिंह, APEDA
सत्र 5: “खाद्य प्रसंस्करण और संबद्ध उत्पादों की पैकेजिंग” — श्री राहुल तिरपुड़े, IIP
सत्र 6 “व्यापार संघों के सहयोग से निर्यात को बढ़ावा” — डॉ. प्रेम गर्ग
सत्र 7: “निर्यातकों के लिए भुगतान सुरक्षा – EXIM और ECGC की भूमिका” — श्री सतेंद्र कुमार, ECGC
सत्र 8 प्रश्नोत्तर सत्र — प्रतिभागियों के सवालों के उत्तर विशेषज्ञों द्वारा दिए जाएंगे।
यह आयोजन न केवल व्यापार का अवसर है, बल्कि एक ऐसा मंच भी है, जहाँ बिहार के किसान और उद्यमी दुनिया के खरीदारों से सीधे जुड़ेंगे। यह बिहार को खाद्य प्रसंस्करण के एक मजबूत केंद्र के रूप में स्थापित करने की दिशा में महत्वपूर्ण पहल है।