रिपोर्ट अनमोल कुमार
समस्तीपुर (पूसा): +2 सर्वोदय उच्च विद्यालय वैनी पूसा में सोमवार को भारत स्काउट एवं गाइड केगाइड कैप्टन अमृता कुमारी के नेतृत्व में पर्यावरण संरक्षण को लेकर एक जागरूकता कार्यक्रम का आयोजन किया गया। कार्यक्रम का उद्देश्य छात्रों और समाज में पर्यावरण के प्रति जागरूकता फैलाना तथा संरक्षण के महत्व को समझाना था। इस अवसर पर गाइड कैप्टन सुश्री अमृता कुमारी के नेतृत्व में छात्रों ने विभिन्न सांकेतिक प्रस्तुतियों के माध्यम से पर्यावरण को सुरक्षित रखने का संकल्प लिया।
कार्यक्रम की शुरुआत “मैं पर्यावरण हूं” शीर्षक के अंतर्गत हुई, जिसमें बच्चों के शरीर पर पौधों के तने और पत्ते लपेट कर एक प्रतीकात्मक प्रस्तुति दी गई। इस प्रस्तुति के माध्यम से यह संदेश दिया गया कि हम सभी पर्यावरण का हिस्सा हैं और इसकी रक्षा हमारी जिम्मेदारी है। कार्यक्रम के दौरान छात्रों को पर्यावरण संरक्षण की शपथ भी दिलाई गई। गाइड कैप्टन अमृता कुमारी ने बच्चों को पर्यावरण से संबंधित जागरूकता के महत्वपूर्ण बिंदुओं की जानकारी दी। उन्होंने कहा कि बढ़ते प्रदूषण, वनों की कटाई और प्लास्टिक के अत्यधिक उपयोग ने पर्यावरण को खतरे में डाल दिया है। अब समय आ गया है कि हम सभी मिलकर अपने आसपास के पर्यावरण को संरक्षित करने की दिशा में ठोस कदम उठाएं।
विज्ञान शिक्षक अभय कुमार ने अपने वक्तव्य में कहा कि मानव द्वारा प्रकृति के साथ की जा रही छेड़छाड़ के कारण मौसम चक्र में असमय बदलाव हो रहे हैं, जिससे लोगों को अनेक कठिनाइयों का सामना वहीं हिंदी के शिक्षक राहुल कुमार ने छात्रों से अपील की कि वे अधिक से अधिक पौधे लगाएं और उनके संरक्षण की जिम्मेदारी भी निभाएं। उन्होंने कहा कि केवल पौधे लगाना ही नहीं, बल्कि उनकी देखभाल करना भी उतना ही आवश्यक है। स्कूली बच्चों ने विभिन्न नारे और पोस्टरों के माध्यम से पर्यावरण संरक्षण के महत्व को रेखांकित किया। साथ ही पर्यावरण से जुड़े मुद्दों पर आधारित लघु नाटक और भाषण भी प्रस्तुत किए गए, जिससे विद्यार्थियों में विषय के प्रति रुचि और जागरूकता बढ़ी।
कार्यक्रम में प्रभारी प्रधानाध्यापक माधव चंद्र, स्काउट मास्टर मनोज कुमार, शिक्षक जयकृष्ण कुमार, पंकज कुमार झा, धीरज कुमार, कपूरी कुमार, सुधीर कुमार, मो. रफी, शिक्षिका श्वेता कुमारी, अमिता वर्धन, कंचन कुमारी, छवि प्रकाश सहित सभी शिक्षक-शिक्षिकाएं उपस्थित रहीं। सभी ने मिलकर इस अभियान को सफल बनाने में सहयोग दिया और छात्रों के प्रयासों की सराहना की।इस कार्यक्रम ने न केवल छात्रों में पर्यावरण संरक्षण की भावना विकसित की, बल्कि उन्हें एक जिम्मेदार नागरिक बनने की प्रेरणा भी दी।