झाबुआ माणक लाल जैन *
मुनिराज भगवंतो का 45 दिनो मे अनेक श्रीसंघो में विचरण कर किया शासन प्रभावना का कार्य*
पुण्य सम्राट राष्ट्रसंत युगप्रभावकाचार्य श्रीमद् विजय जयंतसेन सूरीश्वरजी महाराजा के शिष्य व द्वय आचार्य श्री के आज्ञानुवर्ती मुनिराज श्री प्रत्यक्षरत्न विजयजी म सा व पवित्ररत्न विजयजी म सा आदि ठाणा अहमदाबाद से विहार कर मणीलक्ष्मी तीर्थ मे शिविर मे निश्रा प्रदान कर गुजरात से मालवा की ओर विहार किया ।गुजरात प्रांत के संघो मे विचरण कर मालवा प्रांत मे पिटोल बाडर्र से प्रवेश कर लीला शान्ति जयन्त विहार धाम पिटोल मे गोतमस्वामी भगवान की प्रतिष्ठा व भगवान नागेश्वर पार्श्वनाथ दादा की पुनः प्रतिष्ठा संपन्न कर आगे कर विहार फुलमाल, मेघनगर , झाबुआ, रानापुर ,जयंत ग्राम पारा व मोहनखेड़ा तीर्थ दादा गुरूदेव के दर्शन वन्दन व नागदा चातुर्मास का नाम व पत्रिका का विमोचन हेतु नागदा श्रीसंघ से सैकडो गुरूभक्तो का मोहनखेड़ा तीर्थ प्रवेश पर आगमन होगा । राजगढ़ , टांडा, बाग मे जयंत कुटिया मे पुण्य सम्राट प्रतिमा की स्थापना, कुक्षी मे सिमन्धर स्वामी जिनालय के शताब्दी महोत्सव मे निश्रा प्रदान कर तीर्थ की घोषणा आगे 17 जून को बडनगर मे दादा गुरूदेव श्रीमद् विजय राजेन्द्र सूरीश्वर महाराजा के अन्तिम चातुर्मास मे गुरूदेव द्वारा बडनगर श्रीसंघ से मन्दिर निर्माण की घोषणा करवाई थी जो बाद मे महावीर स्वामी जिनालय के नाम से बना जिसकी प्रतिष्ठा श्रीमद मोहन विजयजी म सा ने करवाई थी ।उस जिनालय के ध्वजारोहण कार्यक्रम मे निश्रा प्रदान करेंगे । ज्ञात रहे मोहन विजय जी म सा के नाम से ही मोहनखेड़ा तीर्थ का नाम है । अखिल भारतीय श्री राजेन्द्र जैन नवयुवक परिषद् के राष्ट्रीय मिडिया प्रभारी ब्रजेश बोहरा ने बताया कि मुनिराज भगवंतो का सम्भावित विहार भोपावर तीर्थ , लाबरिया, राजोद, बदनावर , बडनगर ,रूनिजा , भाटपचलाना रतलाम , नामली, जावरा बड़ावदा, खाचरौद बाद मे दिनांक 7 जुलाई को चातुर्मास हेतु भव्य मंगल प्रवेश नागदा जंक्शन मे होगा।