108 बार सूर्य नमस्कार के साथ मनाया गया अंतर्राष्ट्रीय योग दिवस – SURYATHON 2025 बना अनुकरणीय उदाहरण
अनिल अरोड़ा सह सम्पादक

गुरुग्राम। योग को जीवनशैली का हिस्सा बनाने और समग्र स्वास्थ्य के प्रति जागरूकता बढ़ाने के उद्देश्य से, योगा फॉर वेल बीइंग द्वारा आयोजित SURYATHON 2025 का सफल समापन 21 जून, अंतर्राष्ट्रीय योग दिवस के अवसर पर हुआ। यह 11-दिवसीय योग शिविर गुरुग्राम के प्रतिष्ठित फोर्टिस अस्पताल, मानेसर (वेन्यू पार्टनर) में संपन्न हुआ, जिसमें 120 से अधिक प्रतिभागियों ने ऑनलाइन और ऑफलाइन माध्यम से हिस्सा लिया।
11 दिनों की साधना, आत्मबल की यात्रा SURYATHON 2025 केवल एक शिविर नहीं था, बल्कि एक संगठित यात्रा थी, जो 11 दिनों तक चली। प्रतिभागियों को 51 से 108 सूर्य नमस्कार की विधि, शारीरिक तैयारी और मानसिक अनुशासन सिखाया गया।
प्रत्येक दिन स्ट्रेचिंग, सूर्य नमस्कार (मैट और चेयर वर्जन), शवासन, शीतली प्राणायाम, चंद्रभेेदन और योगिक जीवनशैली पर ज्ञान सत्रों के साथ शुरू हुआ। 65 वर्ष से अधिक आयु के प्रतिभागियों ने भी 108 सूर्य नमस्कार कर अद्वितीय उदाहरण प्रस्तुत किया।
ज्ञानवर्धक और प्रेरणादायक सत्रों की विशेष प्रस्तुति
SURYATHON 2025 को विशेष बनाया दो प्रेरणास्रोतों ने:
अवनिका शांडिल्य ने शरीर-मन संतुलन और जागरूक जीवन जीने पर मार्गदर्शन किया। उनका सत्र व्यावहारिक और ऊर्जा से भरपूर रहा।
बेला मैत्रेय, एक होलिस्टिक हेल्थ कोच, ने तनाव प्रबंधन और भावनात्मक संतुलन पर गहराई से बात की और दैनिक जीवन में लागू होने वाले सरल अभ्यास सिखाए।
सेवा में समर्पण – 46000 रुपये का योगदान
योगा फॉर वेल बीइंग द्वारा इस अवसर पर ₹46,000 की राशि Karyashala Foundation को दान की गई, जो वंचित बच्चों के हुनर, शिक्षा और आत्मनिर्भरता पर कार्यरत है। स्वाति जैन द्वारा स्थापित यह संस्था समाज के उन हिस्सों तक पहुंच बनाने का कार्य कर रही है, जिन्हें सबसे अधिक ज़रूरत है। इस योगदान ने कार्यक्रम को सेवा और करुणा के स्तर पर भी समृद्ध किया।समूह सहयोग ने रचा सफलता का सूत्र
इस आयोजन को सफल बनाने में Karyashala Foundation, PPEP, InvestNJoy, Meraki Energy, Book my juice Alligator,Vedic consultant,Soap and blend Paisley fabric , और Lumicare जैसे समर्पित संगठनों ने सक्रिय सहयोग प्रदान किया। इन सभी साझेदार संस्थाओं ने योग के प्रसार और समाज में स्वास्थ्य जागरूकता को आगे बढ़ाने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई।
साथ ही, योगा फॉर वेल बीइंग की कोर टीम – जिसमें अनुभवी और समर्पित योग साधक शामिल हैं – ने हर दिन की गतिविधियों को योजनाबद्ध रूप से संचालित किया और पूरे शिविर में अपनी सेवाभावना और निष्ठा से कार्यक्रम को एक ऊँचाई प्रदान की।
योगा फॉर वेल बीइंग – महिलाओं के स्वास्थ्य की प्रहरी
योगा फॉर वेल बीइंग की स्थापना 2018 में श्रीमती गोपा घोषाल ने की थी। वे योग निकेतन बड़ौदा से प्रमाणित योग शिक्षक, योग पॉइंट से सर्टिफाइड योग थैरेपिस्ट और माइक्रोबायोलॉजी में मास्टर्स हैं।
उनका उद्देश्य है – महिलाओं के समग्र स्वास्थ्य, नियमित योग अभ्यास, प्राणायाम, योग निद्रा, ध्यान, और आध्यात्मिक शिक्षा को समाज में स्थापित करना। वे नियमित रूप से भगवद गीता आधारित कक्षाओं का भी संचालन करती हैं।
समापन समारोह – ऊर्जा, सम्मान और उत्सव का संगम
21 जून को अंतर्राष्ट्रीय योग दिवस के दिन, प्रतिभागियों ने सामूहिक रूप से 108 सूर्य नमस्कार किए। इस अवसर पर पारंपरिक स्वागत के साथ चंदन तिलक, पुष्पवर्षा और इत्र से वातावरण को पावन बनाया गया।
सभी प्रतिभागियों को प्रमाणपत्र और मेडल देकर सम्मानित किया गया। विदेशी प्रतिभागियों ने भी उत्साह सेभाग लिया और भारतीय योग परंपरा की भूरि-भूरि प्रशंसा की।
SURYATHON 2025 – आत्म जागरूकता की दिशा में एक कदम
SURYATHON 2025 न केवल शरीर को सशक्त करने का माध्यम था, बल्कि यह आंतरिक संतुलन, अनुशासन और सामूहिक ऊर्जा की मिसाल बन गया।
इस आयोजन ने यह सिद्ध किया कि योग केवल क्रिया नहीं, बल्कि एक जीवन दर्शन है – जो हमें भीतर से जोड़ता है, संतुलित करता है और उज्ज्वल भविष्य की ओर ले चलता है।











