प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी को आचार्य विद्यानंद जी महाराज के जन्म शताब्दी महोत्सव में धर्मचक्रवर्ती की उपाधि से अलंकृत किया गया। पीएम को मानव कल्याण, विश्व शांति, पर्यावरण संरक्षण सहित विभिन्न क्षेत्रों में योगदान के लिए यह उपाधि दी गई।
जून 28. नई दिल्ली:
प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने दिल्ली के विज्ञान भवन में आचार्य विद्यानंद जी महाराज के जन्म शताब्दी महोत्सव का शुभारम्भ किया। इस महोत्सव में प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी को धर्मचक्रवर्ती की उपाधि से अलंकृत किया गया। पीएम को मानव कल्याण, विश्व शांति, पर्यावरण संरक्षण सहित विभिन्न क्षेत्रों में योगदान के लिए यह उपाधि दी गई। साथ ही राष्ट्र सेवा और समृद्ध सांस्कृतिक विरासत को आगे बढ़ाने में पीएम के योगदान का विशेष रूप से उल्लेख किया गया।
भारत विश्व की सबसे प्राचीन जीवंत सभ्यता : पीएम
प्रधानमंत्री ने कहा कि भारत विश्व की सबसे प्राचीन जीवंत सभ्यता है। भारतीय दर्शन के स्रोत हमारे ऋषि-मुनि, महर्षि, संत और आचार्य हैं। पीएम ने कहा कि आचार्य विद्यानंद जी मुनिराज, भारत की इसी परंपरा के आधुनिक प्रकाश स्तंभ हैं।
पीएम ने कहा कि उनकी सरकार ने प्राकृत को ‘शास्त्रीय भाषा’ का दर्जा दिया। पीएम ने कहा कि हम भारत की प्राचीन पाण्डुलिपियों को डिजिटाइज़ करने का अभियान भी चला रहे हैं। पीएम ने कहा कि भारत सेवा प्रधान, मानवता प्रधान देश है।
कार्यक्रम को सम्बोधित करते हुए आचार्य प्रज्ञासागर जी महाराज ने प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के नेतृत्व को सराहा। उन्होंने ऑपरेशन सिन्दूर का ज़िक्र किया।