देश का उज्ज्वल भविष्य हैं डॉ. विक्रम चौरसिया : सावन
महान दार्शनिक अरस्तू का विचार है कि कर्तव्य में व्यस्त मनुष्य के आचरण और जीवन के विभिन्न पहलुओं का अनुकरण ही काव्य का विषय बनता है। देश को एक ऐसे युवा की जरूरत है जो आसमानी पढ़ाई-लिखाई करने के बाद जमीन से जुड़कर समाज सेवा करे। राष्ट्रपिता महात्मा गांधी की तरह ज़मीन से जुड़े रहने में ही जीवन की सार्थकता है। बिहार की युवा शक्ति डॉ. विक्रम चौरसिया का क्रांतिकारी व्यक्तित्व हमारे लिए अनुकरणीय है। आपके मन में क्रांति की आग है और कविता का राग है। आप अपनी मर्मस्पर्शी लेखनी से सोयी हुई दुनिया को जगाने का पुनीत कार्य करते हैं। आप दिल्ली जैसे महानगर की झुंगी-झोपड़ियों में रहने वाले बच्चों को नि:स्वार्थ भाव से पढ़ाते हैं और उन्हें आगे बढ़ने में मदद करते हैं। बच्चों और उनके अभिभावकों के मन में भी आपके प्रति विशेष आदर भाव झलकता है।
राष्ट्रीय एवं अंतर्राष्ट्रीय स्तर पर सम्मानित डॉ. विक्रम चौरसिया देश और समाज में व्याप्त गम्भीर समस्याओं पर बेबाकी से अपनी बात रखते हैं और उनके समाधान के रास्ते भी सुझाते हैं। आप में ज़िन्दगी की भांति जबरदस्त द्वन्द्व है जो लोक कल्याणकारी है। आप में कोमलता भी है और कठोरता भी, फूल भी है और शूल भी। आपके अन्त:करण में जागरुक जनता भी है और कुशल प्रशासक भी। आपके उदात्त व्यक्तित्व में भारत का उज्ज्वल भविष्य नज़र आता है। देश को ऐसी ही युवाशक्ति की जरूरत है जो समाज को एकता के सूत्र में पिरोकर आदर्श राष्ट्र की स्थापना कब सके। सावन साहित्य सेवा सदन का मूल उद्देश्य है पंचरत्न (विधवा, अनाथ, तलाकशुदा, दिव्यांग और किन्नर) की सेवा करना। आपका भी मूल उद्देश्य है इन विशेष वर्गों पर विशेष ध्यान देना। वर्तमान परिवेश में नारी सशक्तिकरण की भांति पुरुष सशक्तिकरण भी अत्यावश्यक है। आप सावन साहित्य सेवा सदन के सम्मानित सदस्य हैं। सेवा परमो धर्म:। आप समाजसेवी हैं, सेवा करते रहे हैं, सेवा करते रहिए। आप जैसे ओजस्वी और तेजस्वी युवा ही देश को नयी दिशा और दशा प्रदान कर सकते हैं। सत्य और अहिंसा के मार्ग पर चलते हुए जनहित हेतु अनेक नेक कार्य करते रहिए। अशेष शुभकामनाएं…











