पीएम मोदी ने राज्यसभा के लिए मनोनीत सदस्यों को दी बधाई
अनिल कुमार गुप्ता स्टेट हैड दिल्ली
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने राज्यसभा के लिए मनोनीत किए गए चार प्रतिष्ठित हस्तियों- हर्षवर्धन श्रृंगला, उज्ज्वल देवराव निकम, डॉ. मीनाक्षी जैन और सी. सदानंदन मास्टर को शुभकामनाएं दी हैं।
पीएम मोदी ने राज्यसभा के लिए मनोनीत की गई चारों शख्यियतों को बधाई दी है. पीएम मोदी ने कहा कि इनके योगदान संसद समृद्ध होगा. बता दें कि राष्ट्रपति मुर्मू ने रविवार को राज्यसभा के लिए चार लोगों को नोमिनेट किया. जिनमें उज्जवल निकम का नाम भी शामिल है.
जुलाई 13, नई दिल्लीः प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने राज्यसभा के लिए मनोनीत किए गए चार प्रतिष्ठित हस्तियों- हर्षवर्धन श्रृंगला, उज्ज्वल देवराव निकम, डॉ. मीनाक्षी जैन और सि. सदानंदन मास्टर को शुभकामनाएं दी हैं। प्रधानमंत्री ने इन सभी को राष्ट्रपति द्वारा उच्च सदन के लिए नामित किए जाने पर बधाई देते हुए सोशल मीडिया मंच ‘एक्स’ पर उनके योगदानों की सराहना की।
प्रधानमंत्री मोदी ने सि. सदानंदन मास्टर की सराहना में लिखा
, “श्री सि. सदानंदन मास्टर का जीवन साहस और अन्याय के आगे न झुकने की प्रतिमूर्ति है। हिंसा और धमकी भी राष्ट्र विकास के प्रति उनके जज्बे को डिगा नहीं सकी। शिक्षक और सामाजिक कार्यकर्ता के रूप में उनके प्रयास सराहनीय हैं। युवा सशक्तिकरण के प्रति उनकी गहरी प्रतिबद्धता है। सांसद के रूप में उनकी भूमिका के लिए शुभकामनाएं।”
प्रधानमंत्री मोदी ने हर्षवर्धन श्रृंगला के लिए कहा
, “श्री हर्षवर्धन श्रृंगला एक राजनयिक, बुद्धिजीवी और रणनीतिक विचारक के रूप में उत्कृष्ट रहे हैं। उन्होंने वर्षों तक भारत की विदेश नीति को दिशा देने में अहम भूमिका निभाई है, विशेषकर जी-20 की अध्यक्षता के दौरान। उनका अनुभव और दृष्टिकोण संसद को समृद्ध बनाएगा।”
प्रधानमंत्री मोदी ने उज्ज्वल निकम को लेकर लिखा,
“उज्ज्वल निकम का विधि क्षेत्र और संविधान के प्रति समर्पण अनुकरणीय है। वे न केवल एक सफल वकील हैं, बल्कि उन्होंने अनेक अहम मामलों में न्याय दिलाने में अग्रणी भूमिका निभाई है। उन्होंने हमेशा संवैधानिक मूल्यों और नागरिक सम्मान के लिए कार्य किया है। राज्यसभा में उनका अनुभव निश्चित रूप से उपयोगी होगा।”
प्रधानमंत्री मोदी ने डॉ. मीनाक्षी जैन की उपलब्धियों को किया रेखांकित करते हुए लिखा
, “डॉ. मीनाक्षी जैन को राज्यसभा के लिए नामित किया जाना अत्यंत गर्व की बात है। उन्होंने एक विद्वान, इतिहासकार और शिक्षाविद् के रूप में शिक्षा, साहित्य और राजनीतिक चिंतन को समृद्ध किया है। उनके संसदीय कार्यकाल के लिए मेरी हार्दिक शुभकामनाएं।”











